मायड़ भाषा री राज मानता पेटै अकरा बौल सुण काळजै ठंड बापरगी।आ बळत जे सगळां रै काळजै हुवै तो मज़ा ई आ जावै अर बात ई बण जावै।पण जका लोग कन्वीनर ,अकादमी अध्यक्ष,अकादमी सदस्य ,ज्यूरी मैम्बर, ऐडवाइजरी मेम्बर बणन,का सरकारी ओ'दां माथै बैठण री जुगत मेँ रै'वै,बां नै मायड़ भाषा री मानता नीँ मानता कद संतावै?
जे बिजी सा आमरण धरनै माथै बैठै तो राज रा चूळिया हाल जावै। म्हैँ ऐड़ै धरनै मेँ सारां सूं आगै बैठूं।बिजी सा नै अब कांई चाइजै? आखो साहित्य जगत अर राजस्थानी समाज बां नै सिरआंख्यां माथै राखै। भाषा हेत उण रो बलिदान उण री कीरत नै सवाई अनै और ऊजळी कर सी।
बिजी ई क्यूं ऐ लोग आमरण धरनै माथै बैठो अर फेर देखो राज रा लटका-घरां देय'र जावै मानता :-
1 विजयदान देथा
2 राणी लक्षमी जी
3 गज सिँह जी
4 भैँरोसिँह जी शैखावत
5अशोक जी गहलोत
6महाराणा मेवाड़
7महाराणी जयपुर
8श्रीलाल नथमल जोशी
9 दीनदयाल औझा
10कल्याण सिँह जी
11 भंवर सिँह सामौर
12देव कोठारी
13 सोनाराम बिश्नोई
14ज्योतिपुंज
15घनश्याम तिवाड़ी
16 मोहन आलोक
17शांतिभारद्वाज
18वेद व्यास
19रत्नशाह
20 नंद भारद्वाज
21श्याम महर्षि
22अन्नाराम सुदामा
23 गजानन वर्मा
24 नागराज शर्मा
25 नीलू हिरोइन
जे बिजी सा आमरण धरनै माथै बैठै तो राज रा चूळिया हाल जावै। म्हैँ ऐड़ै धरनै मेँ सारां सूं आगै बैठूं।बिजी सा नै अब कांई चाइजै? आखो साहित्य जगत अर राजस्थानी समाज बां नै सिरआंख्यां माथै राखै। भाषा हेत उण रो बलिदान उण री कीरत नै सवाई अनै और ऊजळी कर सी।
बिजी ई क्यूं ऐ लोग आमरण धरनै माथै बैठो अर फेर देखो राज रा लटका-घरां देय'र जावै मानता :-
1 विजयदान देथा
2 राणी लक्षमी जी
3 गज सिँह जी
4 भैँरोसिँह जी शैखावत
5अशोक जी गहलोत
6महाराणा मेवाड़
7महाराणी जयपुर
8श्रीलाल नथमल जोशी
9 दीनदयाल औझा
10कल्याण सिँह जी
11 भंवर सिँह सामौर
12देव कोठारी
13 सोनाराम बिश्नोई
14ज्योतिपुंज
15घनश्याम तिवाड़ी
16 मोहन आलोक
17शांतिभारद्वाज
18वेद व्यास
19रत्नशाह
20 नंद भारद्वाज
21श्याम महर्षि
22अन्नाराम सुदामा
23 गजानन वर्मा
24 नागराज शर्मा
25 नीलू हिरोइन
अर ऐक ऐक मैम्बर आं घराणां सूं-
1 सिँघाणियां ग्रुप
2बांगड़ ग्रुप
3मोदी ग्रुप
4 बिड़ला ग्रुप
5केड़िया ग्रुप
6 बिहाणी ग्रुप
7 थिराणी ग्रुफ
8मुरारका ग्रुप
9पौद्दार ग्रुप
10डालमियां ग्रुप
11 बज़ाज ग्रुप
12 लखोटिया ग्रुप
13 सर्राफ ग्रुप
14मील ग्रुप
15बीका जी भुजिया
बस ऐ 40 आदमी आमरण अनशन माथै बैठ जावै तो मानता आथणगै ई त्यार है।
ओमजी, इण 40 में सूं 20 नै ईं पड़ी कोनीं कै मानता मिळै या नीं.
जवाब देंहटाएंदूजी कांनी अगर आम जनता औ काम कर लेवै या आंदोलण नै गुर्जर समाज री दांई हाथ में लियौ जावै तौ रातो रात प्रधानमंत्री खुद आय’र मानता देयनै जावैला.
अकल सरीरां ऊपजै, देयां लागै डाम।
जवाब देंहटाएंआ कहावत झूठी नीँ है।आं मिजळां नै लाज नीँ।आं री अकल ठिकाणोँ छोड गी।अब तो डाम ई देवणा पड़सी।विनोद सारस्वत जेड़ा लोगां नै कै'वो कै चीँपिया ताता अनै डोभा राता कर दिल्ली नेड़ी लेवो।अब आं मोट्यारां रै गेल बगां आपां।