tag:blogger.com,1999:blog-3035498621071460792.post5612324930112941742..comments2023-10-12T04:45:30.721-07:00Comments on रांधण: राजस्थानी राखियां, रहसी राजस्थानअजय कुमार सोनी 'मोट्यार'http://www.blogger.com/profile/00476022388671043096noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3035498621071460792.post-49402052408009770842010-03-30T11:05:32.543-07:002010-03-30T11:05:32.543-07:00राजस्थान में दिली रा दल्ला राज करे.. अठे री धन-सं...राजस्थान में दिली रा दल्ला राज करे.. अठे री धन-संपदा ने लूंट ने दिली में हाजर कर दे. राजस्थानी भाषा रे बिना इण राजस्थान रो कोई मतलब कोनी. अठे री सरकार राजस्थानी भाषा संस्कृति ने रिग्दोलन रो काम कर रही है.. समूचे भारत रा गोधा इण चरनोई में चर रिया है. आपा री आ मुर्खता देखो के आपा जय जय राजस्थान ने जय जय भारत कर रिया हाँ. असल में तो आपा इण भारत देश रे उपनिवेश में जी रिया हाँ.. बंद करो इण भारत रा गुण गावणा. ओ भारत गुण-गाळ है. ने इण रा दला आपा पर हुकुम चलावे. इण सरकारा रा हुका-पाणी बंद करना पडसी.. जद अमेरिका में राना रा लोग गहलोत रा पूर फाद्य जद ओ राजस्थान री विधान सभा सू प्रस्ताव पारित करायो.. अबे इण रे साथे हरेक ठोड इस्सी करो तो ओ आपरे हाकमा रे आगे आपारी बात ने राखसी. इण सरकार ने देवन वाला सगळा टैक्स बंद करदो.. भारत सरकार अर राजस्थान सरकार रे मंत्रिया रो हरेक ठोड विरोध करो. लाते ले ने राजपथ पर निकल आवो. ऊत रो गुरु जूट व्हे. अर ओ रोल्तंत्र ने दिली रा डाला आ ही भाषा समझे.. तो क्यू नी अबे आपा इनी भाषा में बात करा. इण गहलोत री नकटाई देखो इण राजस्थानी भाषा साहित्य संस्कृति अकादमी ने पांगली बना ने राख्दी. अठे नी तो अध्यक्ष है नी कार्य समिति, सामान्य सभा. अकादमी री मासिक पत्रिका जागती जोत लारले डेड बरस सू नी छपे. फेर ओ गहलोत क्यारी धन धन करावनी चावे. धित्कार है. इण ने ......... .vinod saraswathttps://www.blogger.com/profile/08272446323832358799noreply@blogger.com